मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिन वनटांगियां गांव को राजस्व का दर्जा दिलाया, उस 23 वनटांगिया गांव के लोग पहली बार गांव की सरकार चुनेंगे. यही वजह है कि पूरे गांव में उत्सव जैसा महौल है. प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए चुनाव प्रचार में दमखम लगा रहे हैं. हालांकि साल 2016 में इन्हें पंचायत में शामिल कर वोट देने का अधिकार तो मिल गया. लेकिन, न तो इनके गांव को राजस्व गांव का दर्जा मिला था और न ही किसी भी सरकारी योजना का लाभ. साल 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद इनके गांव को राजस्व गांव का दर्जा भी मिला और वोट देने का अधिकार भी. अब ये वनटांगिया गांव के लोग पहली बार गांव की सरकार चुनने जा रहे हैं.