बिजली की मांग और कोयले की कमी से देेश भर में बिजली संकट मंडरा रहा है. बात अगर उत्तर प्रदेश की करें तो ये देश का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है और कृषि बहुल राज्य भी. इसलिए यहां बिजली की ज़रूरत और समस्या भी ज्यादा है. उत्पादन निगम की चार इकाइयों के पास एक से पांच दिन का कोयला बचा है. कोयले की कमी के कारण अप्रैल के महीने में 303 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन पर असर पड़ा है. इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान निकालना बेहद ज़रूरी है. सरकार हमेशा आखिरी समय तक इंतजार क्यों करती है? समय से पहले ही तैयारी क्यों नहीं होती? इसी मुद्दे पर इस कार्यक्रम में चर्चा रहेगी.