नई दिल्ली. सरकार लड़कियों के लिए कई स्कीम चला रही है. जिसका उन्हें फायदा भी मिल रहा है. बेटी—बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देनी वाली सरकार माध्यमिक शिक्षा की लड़कियों के लिए प्रोत्साहन की राष्ट्रीय योजना की शुरुआत की थी. इसका मकसद लड़कियों को आगे बढ़ाना ही है. ताकि वो कुछ बनकर देश की भी सेवा करें और अपने पैरों पर खड़ी हो सकें. बता दें कि स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार, लड़कियों को माध्यमिक शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक अखिल भारतीय योजना चलाता है.
अब बात आती है कि इस योजना का लाभ किसको मिलता है और किसके लिए ये योजना शुरू की गई? आपको बता दें कि यह योजना मुख्य रूप से भारत के वंचित वर्गों की लड़कियों की मदद करने और उन्हें अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी करने में सक्षम बनाने के लिए है. एक योग्य लड़की को रुपये मिलेंगे. योजना के तहत उसकी ओर से सावधि जमा के रूप में 3000, जिसे वह 18 वर्ष की आयु तक पहुंचने और 10वीं कक्षा की परीक्षा पूरी करने के बाद ब्याज सहित निकाल लेगी.
अब बात आती है कि इस योजना का कौन पात्र होगा. बता दें कि इस योजना का लाभ लेने के लिए बालिका को अविवाहित होना जरूरी है. उसकी उम्र 16 वर्ष से कम होनी चाहिए. उम्मीदवार को 8वीं पास होना चाहिए और 9वीं में दाखिला लेना चाहिए. सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में नामांकित होना चाहिए.