नई दिल्ली. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि पूर्वी राजस्थान के मध्य भागों पर एक अवसाद पैदा करने वाले चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के पूर्व-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान दबाव की तीव्रता बनाए रखने की संभावना है. इससे पहले रविवार को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव से राजस्थान के बाड़मेर जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई। कई जगहों पर भीषण जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति देखी गई. "डिप्रेशन (CS BIPARJOY के अवशेष) पूर्वी राजस्थान के मध्य भागों में 18 जून को 23:30 IST टोंक से लगभग 60 किमी पश्चिम-उत्तर-पश्चिम में, अजमेर से 60 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में स्थित है. लगभग पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और बनाए रखने की संभावना है." पूर्वी राजस्थान के मध्य भागों में डिप्रेशन (CS BIPARJOY के अवशेष) 18 जून 2330 IST पर टोंक के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम में लगभग 60 किमी, अजमेर से 60 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में स्थित है.
इसके लगभग पूर्व-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान दबाव की तीव्रता बनाए रखने की संभावना है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने शनिवार को कहा कि चक्रवात बिपार्जॉय एक गहरे अवसाद में कमजोर हो गया है और पूर्व-उत्तर पूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है, दक्षिण राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है.
उन्होंने आगे कहा कि चक्रवात के कारण सिर्फ गुजरात और राजस्थान में बारिश हो रही है. "चक्रवात बिपरजोय एक गहरे अवसाद में कमजोर हो गया। यह पूर्व-उत्तर पूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है. दक्षिण राजस्थान और उत्तर गुजरात के आसपास के क्षेत्रों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. चक्रवात के कारण, यह है केवल गुजरात और राजस्थान में बारिश हो रही है. मानसून का इस चक्रवात से कोई लेना-देना नहीं है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि चक्रवात बिपारजॉय 16 जून को दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान से सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और धोलावीरा से लगभग 100 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में कच्छ के ऊपर एक 'डीप डिप्रेशन' में कमजोर हो गया और गुजरात में इसके लैंडफॉल के बाद राजस्थान में चला गया. मौसम विभाग ने कहा कि अगले 12 घंटों में इसके और कमजोर होकर 'दबाव' में बदलने की आशंका है.