वडोदरा. 2002 के दंगों के दौरान बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार मामले और उसके परिजनों की हत्या के 11 दोषियों में से एक, जिसे पिछले साल अगस्त में रिहा कर दिया गया था को दाहोद जिले के करमाडी गांव में राज्य सरकार के एक समारोह में भाजपा सांसद के साथ मंच साझा किया था. जिसका फोटो वायरल हो रहा है. शैलेश भट्ट के रूप में पहचाने गए दोषी को दाहोद के सांसद जसवंतसिंह भाभोर और लिमखेड़ा के विधायक शैलेश भाभोर के साथ कर्जन जलाशय के तहत विभिन्न जल आपूर्ति योजनाओं के शिलान्यास समारोह के दौरान मंच साझा करते देखा गया था.
यह घटना बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार मामले में 11 दोषियों की सजा में छूट को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट की विशेष पीठ की सुनवाई शुरू होने से ठीक पहले सामने आई है. जिसमें उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या भी शामिल है. 2002 के गुजरात दंगे के मामले में जस्टिस केएम जोसेफ और बीवी नागरत्ना की पीठ कई राजनीतिक और नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा दायर याचिकाओं और बानो द्वारा दायर एक रिट याचिका पर सुनवाई करेगी. बिलकिस बानो ने पिछले साल 30 नवंबर को शीर्ष अदालत का रुख किया था, जिसमें राज्य सरकार द्वारा 11 दोषियों की "समय से पहले" रिहाई को चुनौती देते हुए कहा था कि इसने "समाज की अंतरात्मा को हिला दिया है.
दोषियों की रिहाई को चुनौती देने वाली याचिका के अलावा, सामूहिक बलात्कार पीड़िता ने एक अलग याचिका भी दायर की थी, जिसमें एक दोषी की याचिका पर शीर्ष अदालत के 13 मई, 2022 के आदेश की समीक्षा की मांग की गई थी. समीक्षा याचिका को बाद में पिछले साल दिसंबर में खारिज कर दिया गया था. सूत्रों के मुताबिक, भट्ट उन 11 दोषियों में शामिल है, जिसे पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर रिहा किया गया था. जिससे पूरे देश में आक्रोश की बाढ़ आ गई थी. जबकि उसे पांच महीने की गर्भवती बिल्किस बानो के साथ गैंगरेप करने और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या करने का दोषी ठहराया गया था. मरने वालों में उसकी तीन साल की बेटी भी शामिल है.