गौरैया पक्षी के संरक्षण दिवस प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को यानी आज मनाया जा रहा है. इस दिन गौरैया के संरक्षण के लिए जहां जगह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं और लोगों से अपील की जा रही है, कि वह इन पक्षियों की हिफाजत करने के लिए आगे आएं.
गौरैया पक्षी के संरक्षण दिवस प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को यानी आज मनाया जा रहा है. इस दिन गौरैया के संरक्षण के लिए जहां जगह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं और लोगों से अपील की जा रही है, कि वह इन पक्षियों की हिफाजत करने के लिए आगे आएं.
आज हम आपको ऐसे ही एक व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी पक्षियों की चाहत के बीच गुजार दी है. उनकी एक आवाज सुनकर पक्षी उनके आगे पीछे अपने परों को फैलाए उड़ने लगते हैं.
हम बात कर रहे हैं, मोहम्मद अजमल की. मोहम्मद अजमल ने अपने पूरे घर को पक्षियों का घरौंदा बना दिया है. पूरे बाजार में खुद ही घोसले बनाकर लगा दिए हैं. जहां-जहां डालिया लगा दी हैं. लकड़ी का घर बनाना शुरू कर दिया है. जगह-जगह मटको में छेद करके उसमें पानी भरते हैं.
बताया जाता है कि मोहम्मद अजमल सुबह 6:00 बजे ही पक्षियों को दाना चुगाने के लिए उठ जाते हैं. और हर रोज यही काम करते हैं. उनकी आवाज सुनकर पक्षी इतनी तेजी के साथ आते हैं, मानो कि पक्षियों पर उनकी हुकूमत चलती हो.
अजमल बताते हैं कि पशु पक्षियों से लगाव उन्हें बचपन से है. जब वह अपनी छतों पर बैठे होते थे तो सैकड़ों की तादाद में पक्षी दिखते थे लेकिन दिन-ब-दिन इनकी संख्या में कमी आ रही है इस वजह से उन्होंने एक छोटी सी पहल की है ताकि इन पक्षियों की बचाया जा सके.