आगरा के खंदौली के गांव नहर्रा में दो भाइयों के बीच हुए विवाद में मौका मुआयना करने गये गये दरोगा प्रशांत की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना की जानकारी मिलते ही तमाम जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
आगरा के खंदौली के गांव नहर्रा में दो भाइयों के बीच हुए विवाद में मौका मुआयना करने गये दरोगा प्रशांत की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
दरअसल दरोगा प्रशांत गांव में हंगामा करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया था और उसे लेकर थाने जा रहे थे. इसी बीच गिरफ्तार आरोपी ने ही दरोगा को गोली मार दी.
दरअसल खंदौली के गांव नहर्रा में शिवनाथ सिंह का अपने छोटे भाई विश्वनाथ सिंह से आलू खुदाई को लेकर बुधवार सुबह विवाद हो गया. मामला पुलिस तक पहुंच गया. इस घटना की सूचना मिलने पर दरोगा प्रशांत पहुंच गए.
शाम तकरीबन सात बजे पुलिस ने विश्वनाथ को हंगामा करने पर पकड़ लिया और अपने साथ लेकर आने लगी. विश्वनाथ के पास तमंचा था. उसने तमंचे से दरोगा प्रशांत को गोली मार दी.
दरोगा प्रशांत की हत्या से गांव नहर्रा में अफरा तफरी का माहौल बन गया है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी विश्वनाथ को गिरफ्तार कर लिया है और दरोगा प्रशांत के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
दरोगा के हत्या की जानकारी मिलते ही जिले के तमाम आला अधिकारी गांव में पहुंच गये हैं और गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
शहीद दरोगा प्रशांत की हत्या पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. इसके साथ ही सीएम योगी ने शहीद दरोगा के परिजनों को 50 लाख रूपये देने की घोषणा की है. सीएम ने शहीद दरोगा के नाम पर एक सड़क का नाम रखने की घोषणा की है और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है.