लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 अपने पहले कार्यकाल का वादा पूरा करने वाली है. उत्तर प्रदेश के 22 लाख सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को इसी महीने से सरकार बड़ी सुविधा देने की तैयारी में जुट गई है. कर्मचारियों और पेंशनर्स के परिवारों को इसी महीने से कैशलेस इलाज की सुविधा मिलने लगेगी. बताया जा रहा है कि इसका फायदा करीब 1 करोड़ लोगों को होगा. स्वास्थ विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर रही है. अधिकारियों की मानें तो यूपी ऐसा करने वाला पहला राज्य होगा, जहां सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर उसको कैशलेस इलाज मिलेगा. अब सिर्फ देर योजना के शुभारंभ के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के ग्रीन सिग्नल की है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में राज्य कर्मचारियों पेंशनरों को कैशलेस इलाज की सुविधा देने का वादा किया था. इस संबंध में जनवरी में ही राज्य कैबिनेट ने प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी थी लेकिन इस पर अमल होता उससे पहले ही चुनावी प्रक्रिया शुरू हो गई. स्वास्थ विभाग द्वारा इसे अपने 100 दिन के एजेंडे में शामिल किया गया है. अब सभी कर्मचारियों का स्टेट हेल्थ कार्ड बनेगा. जिसकी मदद से उन्हें कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाएगी. नई व्यवस्था में राज्य कर्मचारियों पेंशनर या उनके परिवारी जन निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त करा सकेंगे.
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वहीं सरकारी संस्थानों में खर्च की कोई समस्या नहीं होगी. इसके अलावा सरकार पहले से चली आ रही भुगतान करके रिबर्समेंट वाली व्यवस्था को भी जारी रखेगी. इस सुविधा के शुरू होने से कर्मचारियों पेंशनरों को सरकारी अस्पतालों विभागों के चक्कर काटने से मुक्ति मिल जाएगी. कई महंगी जांच, बीमारियों का इलाज भी अब आयुष्मान योजना की जद में आने से लोगों को सुविधा मिलेगी.