क्या आप जानते हैं? योग कला का शुभारम्भ भारत में ही हुआ था. जिसकी शुरुवात आज से लगभग 5 हज़ार साल पहले ही हो गई थी. आज के आधुनिक समय में योग साधना या यूँ कह लीजिये कि योग करना हर किसी को पसंद है. कोई इसको अपने शौक के लिए करता है. तो कोई इसको फैशन के लिए करता है. तो कोई योग को बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी करता है. आपको बता दें कि यह योग आज के आधुनिक समाज की नहीं बल्कि हमारे भारतीय मूल के पुराणों में से जन्मा है जिसको आज से 5 हज़ार साल पूर्व इजाद किया गया था.
आज के समय में योग को मानव शरीर के सभी रोग को दूर करने और एक बेहतर मन अच्छा तन और कारक बुद्धि का प्रतिक माना जाता है. इस लिए आज के समय में अधिकतर लोग योग कला को अपनाना पसंद करते हैं. आज के समय में बड़े-बड़े सुपर स्टार और काई बड़ी-बड़ी हस्तियाँ योग को अपनी दिनचर्या में अपना रहे हैं.
वैसे बात करें तो योग को भारतीय मूल में आज के आधुनिक समाज में बचाए रखने के लिए योग गुरु "रामदेव" का अधिक महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है. लेकिन यह बात से नाकारा नहीं जा सकता कि हमारे भारत में योग को हमारे पूर्वज ऋषियों-मुनियों ने अपनी कड़ी तपस्या और योग साधन के माध्यम से दुनिया में इजाद किया था. जिसको पूर्ण रूप से भारत की ही दें कहा जाता है. इतना ही नहीं आज के समय में देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इसको अपनाया जाता रहा है.
योग की कलाओं को अलग अलग विद्यां में प्रयोग किया जाता है. जो योग हम करते हैं वह योग प्रक्रिया मानव शरीर और उसके मस्तिष्क के विकास के साथ जुडी हुई है. योग को मानव मस्तिष्क, आत्मा, मन पर प्रभाव डालने वाला कहा जाता है. आपको बता दें कि यह योग साधना ध्यान साधना के लिए, कामसाधन के लिए, और योगासन के लिए करी जाती है. जिसको मानव शरीर में उर्जा का सही स्वरुप में प्रवाह का कारक माना जाता है.