रामपुर. अपने ही परिवार की कातिल शबनम ने एक बार फिर सरकार से दया मांगी है. शबनम के दो वकील रामपुर जिला कारागार पहुंचे, जहां उन्होंने रामपुर जेल अधीक्षक को दया याचिका के लिए प्रार्थना पत्र दिया. जेल अधीक्षक राज्यपाल को दया याचिका का प्रार्थना पत्र भेजेंगे. आपको बता दें कि इससे पहले राष्ट्रपति के यहां से शबनम की दया याचिका खारिज हो चुकी है, जिसके बाद फिर से शबनम के वकील राज्यपाल के यहां दया याचिका भेज रहे हैं. वहीं दूसरी ओर मथुरा जेल में शबनम को फांसी देने की तैयारी की जा रही है. आरोपी शबनम 2019 से जेल में बंद है. वह बावनखेड़ी नरसंहार की दोषी है.
गौरतलब है कि अमरोहा के हसनपुर थाना क्षेत्र के बावन खेड़ी गांव में हुई सात लोगों की हत्या से पूरे देश में हड़कंप मच गया था. इस नरसंहार को शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने ही परिवार के सात लोगों को मौत की नींद सुला दी थी. ये घटना 14 अप्रैल 2008 की है. इस मामले में पहले अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. विवेचना में सामने आए सलीम ने हत्या की है. हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी उसने बरामद करायी. सलीम ने बताया कि हम लोगों ने पहले छह लोगों की हत्या की थी. जब मैं घटना स्थल से दूर निकल गया था तभी शबनम ने फोन करके बताया कि एक बच्चा बच गया है. तब उसने कहा कि मैं काफी दूर निकल आया हूं इसलिए उसे तुम देख लो. तब शबनम ने बच्चे की हत्या की.
तत्कालीन डीजीसी धर्मपाल सिंह ने बताया कि अमरोहा में तैनात जिला जज एएम हुसैनी की कोर्ट ने दोनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई थी. सजा के बचाव में आरोपियों ने हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक दौड़ लगाई लेकिन हर जगह इनकी सजा बरकरार रही. आखिर में राष्ट्रपति के यहां दया याचिका दायर की गई. राष्ट्रपति ने दया याचिका खारिज कर दी. अब जल्द ही डेथ वारंट जारी किया जायेगा. इस समय शबनम रामपुर जिला कारागार में बंद है और सलीम आगरा जेल में है.