वाराणसी. मिर्जापुर पुलिस ने सुल्तानपुर जिले के आरिफ, इमरोज खान और सहाबुद्दीन को एक विवाहिता से सामूहिक दुष्कर्म, उसका अवैध धर्मांतरण करने और उसके पति को उसकी अश्लील वीडियो क्लिप दिखाकर डराने-धमकाने और ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. अप्रैल में जब वह अपने माता-पिता के घर गई थी, तब महिला ने खुद को अभय मिश्रा बताने वाले आरिफ से मुलाकात की थी. आरोप है कि उसके लिए नौकरी की व्यवस्था करने के बहाने, आरिफ महिला को अंबाला ले गया, जहां उसके और उसके दोस्तों द्वारा कथित तौर पर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसे इस्लाम धर्म अपनाने के लिए भी मजबूर किया गया.
मंगलवार को पत्रकारों के समक्ष गिरफ्तार व्यक्तियों को पेश करते हुए एसपी मिर्जापुर संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि महिला के पति की शिकायत पर धारा 366 (महिला को शादी के लिए मजबूर करना), 420 (धोखाधड़ी), 342 (धोखाधड़ी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. किसी भी व्यक्ति को गलत तरीके से कैद करना), 376D (सामूहिक बलात्कार), 506 (आपराधिक धमकी), 34 (आपराधिक कृत्य सामान्य इरादे से आगे बढ़ने के लिए कई व्यक्तियों द्वारा किया जाता है), यूपी के 3/5 (1) गैरकानूनी धर्मांतरण का निषेध धर्म अध्यादेश और 66E IT अधिनियम. उन्होंने कहा, "आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया है. हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली सहित कई राज्यों में छापेमारी की गई है."
उसके दोस्त इमरोज खान और साहबुद्दीन पर अपराध में शामिल होने का आरोप है." पुलिस ने एक मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी बरामद किया है, जिसका इस्तेमाल अश्लील वीडियो क्लिप और फोटोग्राफी करने के लिए किया गया था और बुर्का जो महिला को पहनने के लिए दिया गया था. एसपी मिर्जापुर ने बताया कि पता चला है कि 4 अप्रैल को महिला के पति के फोन पर कॉल आया था. फोन करने वाले ने खुद को अभय मिश्रा बताकर बताया था कि उसकी पत्नी नौकरी की तलाश में उसके साथ अंबाला गई है. कुछ दिन बाद महिला ने अपने पति को फोन कर बताया कि साजिश के तहत अभय उसे अंबाला ले गया है.
उसने उसे यह भी बताया कि अभय का असली नाम आरिफ खान था और उसे एक घर में बंधक बनाकर रखा गया था जहां आरिफ और उसके साथियों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया था. उसे 'बुर्का' पहनने और 'कलमा' पढ़ने के लिए भी मजबूर किया गया. उसे आरिफ के परिवार वालों से मिलने सुल्तानपुर भी ले जाया गया. अपने पति की सलाह पर महिला किसी तरह आरिफ को चकमा देकर उसकी कैद से छूटकर अपने घर मिर्जापुर पहुंची. लेकिन आरिफ ने उसके पति को अंबाला वापस भेजने की धमकी देना शुरू कर दिया और महिला को बंधक बनाए जाने के दौरान बनाए गए.
अश्लील वीडियो क्लिप भेजकर दंपति को ब्लैकमेल किया. एसपी मिर्जापुर ने कहा कि वीडियो क्लिप और फोटो में न सिर्फ अश्लील हरकतें हैं, बल्कि इनमें महिला के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार को भी दिखाया गया है. उन्होंने कहा, "आरिफ, उसके परिवार के सदस्यों और साथी द्वारा प्रताड़ित किए जाने से यह स्पष्ट हो गया कि जबरदस्ती धर्मांतरण संगठित तरीके से सभी की संलिप्तता से किया गया था. सभी आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी."