कानपुर. गरीब और जरूरतमंद लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत देश के सभी सरकारी और चिह्नित प्राइवेट अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड के तहत इलाज 5 लाख रुपए तक फ्री में इलाज मुहैया कराया जाता है, मगर कानुपर के एक ऐसे डॉक्टर साहब हैं, जो आयुष्मान कार्ड को नहीं मानते. इन् डॉक्टर साहब के खिलाफ इलाज से पहले ही दो लाख रुपए लेने का आरोप एक शख्स ने लगाते हुए सीएम कार्यालय में शिकायत की है.
जानकारी के अनुसार आयुष्मान कार्ड को नहीं मानने वाले डॉक्टर राकेश वर्मा कार्डियोलॉजी के डॉक्टर हैं. डॉ. वर्मा के पास बीते दिनों एक शख्स अपनी पत्नी मधु शुक्ला के इलाज के लिए पहुंचा था. शख्स ने डॉक्टर साहब से कहा कि उनके पास आयुष्मान योजना का कार्ड है, उसी के अंतर्गत पत्नी का इलाज कराना है, लेकिन डॉक्टर साहब ने ये कहते हुए साफ मना कर दिया कि वे आयुष्मान कार्ड को नहीं मानते. अगर इलाज कराना है तो पैसे खर्च करने होंगे.
पीड़ित ने पत्नी के ऑपरेशन के लिए डॉक्टर साहब को एडवांस में 2 लाख रुपए जमा करा दिया. इसके बाद मधु शुक्ला का इलाज शुरू हुआ. आरोप है कि पैसे लेने के बाद भी डॉक्टर ने लापरवाही से इलाज किया. ऑपरेशन के बाद मधु शुक्ल की मौत हो गई. जिसके बाद पीड़ित पति ने सीएम कार्यालय में डॉ. राकेश वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की है.