जलस्तर कम हुआ तो राप्ती नदी का तट बन गया पिकनिक स्पॉट, युवाओं की रहती है भीड़

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गोरखपुर. यूपी में रहते हैं और गोवा का आनंद उठाना है तो गोरखपुर चले आइए. यहां के हजारों युवा हर रोज गोवा के बीच जैसा आनंद उठा रहे हैं. राप्ती नदी का जलस्तर घटने की वजह से युवाओं के लिए ये जगह पिकनिक प्वाइंट जैसा बन गया है. यहां आने वाले युवा जहां पीपे के पुल से राप्ती नदी में छलांग लगा रहे हैं तो वही बाइक लेकर इसमें राउंड भी कर रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में यहां आए युवाओं को देखकर नजारा बिल्कुल गोवा के किसी बीच जैसा दिख रहा है. लेकिन युवा और बच्चे पीपा का पुल से राप्ती नदी में छलांग लगाकर स्टंट कर रहे हैं. ऐसे में यह जानलेवा भी साबित हो सकता है. गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के पास का यह नजारा लोगों को काफी आकर्षित भी कर रहा है. यहां नहाते सैकड़ों की संख्या में युवाओं को देखकर आपकी नजरें भी धोखा खा जाएगी. भीषण गर्मी की वजह से हर रोज यहां पर सैकड़ों की संख्या में युवा मस्ती करने के लिए आ रहे हैं. 

गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के पास से गुजर रही राप्ती नदी का जलस्तर 3:30 से 4 फ़ीट हो गया है. यही वजह है कि नदी के पानी में नहाना और मस्ती करना भीषण गर्मी में युवाओं को खूब रास आ रहा है. गोरखपुर के अलग-अलग जगहों पर रहने वाले सैकड़ों की संख्या में युवा हार्वे मिर्जापुर गांव पहुंच रहे हैं और यहां पर राप्ती नदी के ऊपर बने पीपा के पुल के ऊपर चढ़कर नदी में ड्राइव करते हुए भी दिख रहे हैं. हालांकि इस तरह का जोखिम लेना युवाओं को खतरे में डाल सकता है. हर रोज यहां आने वाले युवाओं की संख्या बढ़ती जा रही है. दिनभर यहां युवा मस्ती करते हुए देखे जा सकते हैं. गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र के चंदौली बुजुर्ग गांव के प्रधान संतोष निषाद बताते हैं कि हर रोज यहां पर डेढ़ से दो हजार युवा आ रहे हैं. 

राप्ती नदी का जलस्तर घटकर 3:30 से 4:30 हो गया है. यही वजह है कि युवाओं को भीषण गर्मी में यहां पर काफी आनंद आ रहा है. वे कहते हैं कि युवा यहां पर नहा तो रहे हैं, लेकिन यहां पर स्टंट करना उनके लिए खतरनाक हो सकता है. इस पर अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए. गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र के रामनगर करजहा गांव के रहने वाले सोनी साहनी कहते हैं कि भीषण गर्मी और 44 डिग्री तापमान की वजह से लोगों ने घरों में नहाना छोड़ दिया है. युवा खासकर मिर्जापुर गांव पहुंच रहे हैं और यहां पर राप्ती नदी के तट पर घटे हुए जलस्तर में नहा कर खूब आनंद ले रहे हैं. 

यहां पर हर रोज इसी तरह का नजारा देखने को मिलता है. वे कहते हैं कि हर रोज यहां 1500 से 2 हजार युवा नहाने के लिए आते हैं. वे कहते हैं कि नदी का जलस्तर घटने की वजह से लोगों को डर नहीं लग रहा है. वहां पर खूब आनंद ले रहे हैं. मिर्जापुर गांव के राप्ती नदी तट पर नहाने पहुंचे प्रशांत सिंह कहते हैं कि यहां पर गोवा के बीच जैसा आनंद आ रहा है. वे कहते हैं कि नदी का जलस्तर घटने की वजह से किसी तरह का डर नहीं लग रहा है. वे बताते हैं कि लोग पीपी के पुल से नीचे जम्प कर रहे हैं. उन्होंने खुद भी अभी जंप करके देखा है. किसी तरह का डर नहीं लग रहा है. 

यह बताते हैं कि अभी तक तो कोई प्रशासनिक अधिकारी भी यहां पर नहीं आया है. गोरखपुर के कूड़ाघाट के रहने वाले जितेंद्र जायसवाल और पिपराइच के रहने वाले राज निषाद बताते हैं कि हर रोज यहां पर युवाओं और बच्चों की भीड़ जुट रही है. वे कहते हैं कि भीषण गर्मी की वजह से युवा यहां पर आनंद लेने के साथ ही नहाने आ रहे हैं. वैसे तो यह जगह पूरी तरह से सेफ लग रही है. लेकिन इसके बावजूद भी युवाओं को यहां स्टंट करने से बचना चाहिए. वे कहते हैं कि हालांकि अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी यहां पर सुरक्षा के इंतजामों को परखने के लिए नहीं पहुंचा है. गोरखपुर के एडीएम फाइनेंस और प्रभारी अधिकारी आपदा राजेश कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने पहले भी लोगों से अनुरोध किया है कि जो लोग तैरना नहीं जानते हैं, तो वह लोग पानी में नहीं जाएं. 

उन्होंने बच्चों के माता-पिता से भी अनुरोध किया कि वे उन्हें पानी में नहीं जाने दे. क्योंकि डूबने की स्थिति बनने पर किसी ने बचाया नहीं, तो जानमाल का नुकसान हो सकता है. कोई व्यक्ति तैरना नहीं जानता है और सामने कोई डूब रहा है, तो सबसे पहले अपने बचाव के बारे में सोचें. क्योंकि वह तैरना नहीं जानेंगे और दूसरे को बचाने के लिए नदी, तालाब और नाले में उतर जाएंगे, तो डूबने वाला व्यक्ति बचाने वाले को इतनी जोर से पकड़ लेता है कि दोनों का बचना मुश्किल हो जाता है. आपात स्थिति बनने पर चिल्ला कर लोगों को आवाज दें. लंबी रस्सी-बांस जैसी चीज लेकर नदी-नाले में उतरें, जिससे दूसरे की जान बचाई सकें.