नार्थ इस्टर्न रेलवे के इन 48 रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प, यूपी के 6 स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसा स्मार्ट बनाने की योजना

48 railway stations of North Eastern Railway will be rejuvenated, plan to make 6 stations of UP sma

गोरखपुर. आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के तहत रेलवे में भी बड़े स्तर पर परिवर्तन और विकास देखने को मिलेगा. पूर्वोत्तर रेलवे के 48 स्टेशनों की सूरत जहां बदल जाएगी, वहीं पर भविष्य की आवश्यकताओं के अनुकूल यहां पर सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा. यह सब संभव हो पाएगा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत, जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे के तीनों मंडलों के कुल 48 स्टेशन शामिल हैं. स्टेशनों की तकनीकी और वित्तीय उपयोगिता के निर्धारण के लिए कंसलटेंट रखे जाएंगे, जो यहां के मास्टर प्लानिंग और आर्किटेक्चरल के साथ विशेष रिपोर्ट देंगे. जिसके आधार पर इन स्टेशनों की सूरत, व्यवस्था बदलने की प्रक्रिया शुरू होगी. वर्ष 2023 में इसे पूर्ण कर लिया जाना है. जिसके लिए प्रकिया शुरू हो गई है.


तीनों मंडलों के 48 स्टेशन चिन्हित किए 

 मुख्य जन संपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे बोर्ड के निर्देश पर लखनऊ, वाराणसी और इज्जत नगर मंडल नए स्टेशनों का चयन प्रस्ताव तैयार कर लिया है. रेलवे प्रशासन ने प्रस्ताव को बोर्ड भेजने की तैयारी भी शुरू कर दी है. बोर्ड की मुहर लगते ही आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. "पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह की माने तो, रेल उपभोक्ताओं को उत्कृष्ट सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे स्टेशनों का स्वरूप बदलने के क्रम में, यह प्रयास कर रहा है. इसी क्रम में प्रमुख स्टेशनों को नया और आधुनिक स्वरूप, अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत की गई है. जिसके लिए स्टेशनों को भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया जाएगा, इसके लिए तीनों मंडलों के 48 स्टेशन चिन्हित किए गए हैं, उन्होंने बताया कि स्टेशनों की तकनीकी एवं वित्तीय उपयोगिता के अध्ययन के लिए कंसलटेंट नियुक्त किए जाएंगे, जो स्टेशन की मास्टर प्लानिंग, आर्किटेक्चरल डिजाइन के साथ विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेंगे.

इन स्टेशनों को एयरपोर्ट को जैसा स्मार्ट बनाने की योजना

मुख्य जन संपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे पंकज कुमार सिंह  ने कहा कि अभी तक आदर्श रूप में स्टेशनों का विकास होता रहा है लेकिन, अमृत भारत स्टेशन योजना उससे कई कदम आगे की प्लानिंग के साथ लांच की जा रही है. उन्होने कहा कि इसके साथ ही गोरखपुर सहित 6 स्टेशनों का पुनर्विकास भी शुरू हो गया है, जिसमें गोरखपुर, गोमतीनगर, गोंडा,लखनऊ, छपरा और काठगोदाम स्टेशन शामिल हैं. इन स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसा स्मार्ट बनाने की योजना है. स्टेशन का विकास होते ही परिसर का ढांचा और आवागमन भी बदल जाएगा. और परिसर में अनावश्यक भीड़ नहीं दिखेगी. इसके लिए रेलवे की गति शक्ति यूनिट को पूर्ण विकास की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

इन स्टेशनों को किया गया है शामिल

 जिन 48 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया जाएगा उनमें लखनऊ मंडल से बस्ती,खलीलाबाद, सिद्धार्थनगर,मगहर,तुलसीपुर, बलरामपुर ,लखीमपुर, बढ़नी, स्वामीनारायण छपिया, रामघाट,बहराइच, गोला गोकरण नाथ, मैलानी, सीतापुर, बादशाहनगर, ऐशबाग, लखनऊ सिटी डालीगंज शामिल हैं। इसी प्रकार वाराणसी मंडल में बनारस, वाराणसी सिटी, मऊ, सिवान, बलिया, देवरिया सदर, आजमगढ़,बेल्थरा रोड, गाजीपुर सिटी, सलेमपुर, कप्तानगंज, भटनी, मैरवा, सुरेमनपुर और थावें शामिल हैं। तीसरे मंडल के रूप में इज्जतनगर से इज्जत नगर, फर्रुखाबाद,कासगंज,बरेली सिटी, कन्नौज, काशीपुर,पीलीभीत, लाल कुआं, बदायूं, बहेड़ी,हाथरस सिटी, गुरु सहायगंज, किच्छा, कायमगंज और टनकपुर शामिल हैं, जिनका स्वरूप 2023में बदला बदला नजर आएगा.