पढ़ें बच्चों के साथ गोरखनाथ मंदिर के बाहर 4 दिनों से क्यों बैठी महिला, किस वजह से कहा गुंडों ने प्रशासन को खरीद लिया

gorakhpur news today

गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए एक महिला चार दिनों से गोरखनाथ मंदिर के बाहर सड़क पर बैठी है. उसकी गोद में दो मासूम बच्चे भी हैं. एक तीन साल का बेटा है और एक 9 महीने की बेटी. महिला कौशांबी जिले से इंसाफ पाने की उम्मीद लिए आई है. इससे पहले वे दो दिन सीएम योगी से मिलने के लिए लखनऊ में भी सड़क पर बैठी रही लेकिन, वहां उसे गोरखपुर जाकर सीएम से मिलने की सलाह देकर भेज दिया गया. हालांकि, यहां आकर उसने मंदिर प्रशासन से मुलाकात कर अपना दर्द साझा किया. महिला का कहना है, मंदिर प्रशासन ने भी उसे सीएम योगी से मिलकर गुहार लगाने की सलाह दी है. अब पीड़ित महिला का कहना है कि ​अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वे दोनों मासूम बच्चों संग ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे देगी. 

कौशांबी जिले के मंजनपुर की रहने वाले मनीष पांडेय की पत्नी कविता देवी कहती हैं, ''मेरे पति की दिमागी हालत ठीक नहीं है। मैंने कौशांबी में ननकर सोनकर नाम के व्यक्ति से 55x 26 का एक जमीन खरीदी थी. लेकिन, वहीं का एक व्यक्ति अरविंद यादव हमारी जमीन हड़पना चाहता है. वह नहीं चाहता था कि मैं उससे जमीन खरीदूं. इससे नाराज होकर उसने ननकर सोनकर की हत्या कर दी.' 'हत्या का केस भी दर्ज हुआ. केस की पैरवी के दौरान अरविंद ने मुझे और मेरे 3 साल के बेटे को मारपीट कर लूटपाट किया. मैंने पुलिस से शिकायत की. सीओ ने विवेचना की. 3 साल के बेटे के बयान पर पुलिस ने मारपीट और लूटपाट का केस भी दर्ज किया लेकिन, आरोपी अरविंद पर कोई कार्रवाई नहीं की. 

जब मैं पुलिस के पास जाती हूं तो वह मुझे भगा देते हैं. कोई अधिकारी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है.'' 'आरोपी अरविंद ने पूरा प्रशासन खरीद लिया है. वह धमकी देता है योगी से लेकर मोदी तक मेरी शिकायत कर दो, लेकिन मेरा कुछ नहीं होगा. अरविंद के डर से मेरे पति 3 महीने पहले घर छोड़कर कहीं चले गए हैं. क्योंकि अरविंद उन्हें भी मारने के लिए ढूंढ रहा है. अब मेरे पास इंसाफ के लिए कोई रास्ता नहीं बचा तो मैंने सीएम योगी से मिलने की ठानी. पहले मैं शनिवार को लखनऊ गई. दो दिन वहां भी रही। लेकिन, लखनऊ से मुझे गोरखपुर भेज दिया गया. सोमवार को मैं गोरखपुर पहुंची.' '

यहां भी मैंने मंदिर में तिवारीजी से मुलाकात की. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्रीजी आएंगे तो उनसे मिलकर अपनी गुहार लगाना. मैं यहां गोरखनाथ मंदिर के बाहर सड़क पर खुले आसमान के नीचे अपने बच्चों को लेकर 4 दिनों ​से बैठी हूं. दो दिन और इंतजार करूंगी. इसके बाद भी अगर इंसाफ नहीं मिला तो ट्रेन के आगे कूदकर बच्चों संग जान दे दूंगी.' हालांकि, बुधवार की शाम सीएम योगी दो दिनों के दौरे पर गोरखपुर पहुंच गए. सीएम सिद्धार्थनगर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सीधा गोरखनाथ मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने सबसे पहले गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन- पूजन किया. साथ ही अपने गुरु ब्रम्ह्लीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेक उनका आशीर्वाद लिए.