गोरखपुर. यूपी के गोरखपुर में खेलो इंडिया रोइंग (नौकायन) प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ. इस अवसर गोरखपुर के सांसद रविकिशन ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वे आज गोरखपुर में आए. उन्हें खबर आई, तो उन्हें लगा कि वे भव्य शपथ ग्रहण देखने के लिए आ रहे हैं. 28 साल में बोर्ड कैसे बन गया. पहली बार मेयर कैसे चुने गए. वे गाड़ी राइट से काट लिए. उन्हें लगा कि लेफ्ट से प्रेक्षागृह आएंगे. उन्हें लगा कि रोइंग की फोटो खीचेंगे कि झूठ है. लेकिन उन्हें पता चला कि सच में यहां रोइंग कंपटीशन हो रहा है. तो वे बाहर ही बाहर हेलीकॉप्टर से निकल गए. गोरखपुर के रामगढ़ताल में शनिवार को पांच दिवसीय रोइंग प्रतियोगिता का शुभारंभ गोरखपुर के सांसद रविकिशन ने किया.
वाटर स्पोर्ट्स के रोमांच से भरी हुई इस प्रतियोगिता के शुभारम्भ के अवसर पर उत्साह से भरे हुए खिलाडि़यों में जोश भरते हुए उन्होंने कहा कि खिलाडि़यों को किसी भी तरह से कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्हें जो भी कमी होगी, उसे पूरा किया जाएगा. वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खिलाडि़यों के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि आज उन्हें पूरा विश्वास रहा है कि अखिलेश यादव गोरखपुर आए हैं, तो फोटो खींचने के लिए वे यहां पर जरूर आएंगे कि यहां पर रोइंग प्रतियोगिता के बारे में झूठ बोला जा रहा है. लेकिन वे एयरपोर्ट से ही गाड़ी से निकल लिए. रविकिशन यहीं चुप नहीं रहे. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में एक मच्छर भी मरता है, तो अखिलेश लिखते हैं. उसके कितने पैर और पंख हैं.
उन्हें आज यहां पर आना चाहिए था पूरे देश के बच्चे आज रोइंग प्रतियोगिता में खेलो इंडिया के तहत भाग ले रहे हैं. न कि उन्हें नाला, गली और गड्ढा खोदकर ट्विटर पर फोटो डालना चाहिए. ये ओछी राजनीति उन्हें नहीं करनी चाहिए. उन्हें स्वयं आना चाहिए. उन्हें देखना चाहिए कि आज 28 साल बाद खुद का भाजपा की सरकार का बोर्ड बना. मेयर बनें. पार्षदगण ने शपथ ली. जहां पर कभी नहीं होता था. गोरखपुर की धरती और उत्तर प्रदेश में. वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देते हैं. उनका हेलाकॉप्टर आज यहां पर इस भव्य आयोजन को देखकर मुड़कर चला गया. ये दुःख उन्हें जीवनभर रहेगा. आज वे यहां पर आते. उनका वे यहां पर स्वागत करते. वे बड़े नेता है. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री हैं. ये मंच सजा हुआ था.
अखिलेश जी नहीं आए, इसका मलाल पूरे गोरखपुर को है.
गोरखपुर के नौकायन पर जब रविकिशन अपनी स्पीच देकर युवा खिलाडि़यों में जोश भर रहे थे, उसी दौरान उन्होंने कहा कि एक ब्वायज और एक गर्ल्स खिलाड़ी कोई भी एक सवाल कर सकते हैं. उनका इशारा खेला इंडिया की ओर से हो रहे इस आयोजन को लेकर रहा है. इसी दौरान एक युवा खिलाड़ी ने सवाल किया कि आखिर उनकी अर्जुन अवार्डी कोच को स्टेज पर पीछे की सीट पर क्यों बैठाया गया है. इस दौरान थोड़ी देर के लिए असहज हुए रविकिशन ने स्थिति को संभालते हुए अर्जुन अवार्डी महिला कोच को माफी मांगते हुए ससम्मान आगे की सीट पर बैठाकर उनका सम्मान किया और आयोजकों की ओर से हुई चूक के लिए माफी मांगकर अपना बड़प्पन भी दिखाया.