अजब गजब: 3300 साल बाद, मकबरे से बाहर लाया जाएगा तूतनखामेन का ताबूत

मिश्र के अद्भुत मकबरे पूरी दुनिया के लिए हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहे हैं. इन्हीं मकबरों में सबसे मशहूर मकबरा है तूतनखामेन का. खबर है कि 3300 साल बाद मकबरे से तूतनखामेन का ताबूत बाहर लाया जाएगा. रखरखाव कर्मियों के मुताबिक ऐसा करना जरूरी हो गया था क्योंकि ताबूत बहुत बुरी हालत में है. उसमें रखरखावकर्मियों को कई दरारें मिलीं हैं. यह वही ताबूत है जिसमें कभी तूतनखामेन का शरीर ममी के रूप में संरक्षित कर रखा गया था. गौरतलब है कि हॉवर्ड कार्टर ने 1922 में इस कब्र की खोज की थी. शव को सुरक्षित रखने वाला लकड़ी का यह ताबूत अभी तक बना हुआ है. दरअसल यह कवायद इसी साल होने वाले ग्रैंड मिश्र संग्रहालय के उद्घाटन को लेकर तेज की गई है जहां इसे प्रदर्शन के लिए रखा जाएगा. मालूम हो कि सबसे बाहरी ताबूत मकबरे में पाए गए तीन खास ताबूतों में से सबसे बड़ा है जिसके अंदर तूतनखामेन की ममी पाई गई थी जबकि दो अन्य ताबूत पहले से ही काहिरा स्थित मिस्र के संग्रहालय में प्रदर्शन के लिए रख दिए गए थे. 1922 में जब इसे पहली बार कार्टन ने खोजा था. तब यह मकबरा बेशकीमती खजाने से भरा हुआ था. और बेहद खूबसूरत था. इसमें चौंकाने वाले शाही खजाने के ढेर थे, जैसे कि उल्कापिंड से बना खंजर.