अहम फैसला: क्लास 9 से 12वीं तक CBSE का 30 फीसदी सिलेबस घटाया जाएगा
नई दिल्ली. कोरोना और लॉकडाउन को देखते हुए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने क्लास 9 से 12वीं तक के छात्रों के लिए बड़ी घोषणा की है. सीबीएसई की घोषणा के अनुसार मौजूदा शैक्षिक सत्र के लिए 9वीं से 12वीं तक का 30 फीसदी सिलेबस घटाया जाएगा. मौजूदा सत्र के बीत चुके काफी वक्त और एग्जाम को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है लेकिन सिलेबस घटाने के फैसले के साथ ही दूसरी मुश्किलें भी सामने आ रही हैं. ऐसी आशंका जताई जा रही है पाठ्यक्रम से प्रमुख अध्यायों को निकालने से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए वर्तमान बैच की तैयारी प्रभावित हो सकती है. क्लास 9 और 12वीं से कम होंगे यह चैप्टर. दिलचस्प बात यह है कि सीबीएसई ने एनसीईआरटी को इस साल IX से XII तक के कुछ विवादास्पद अध्यायों को ड्रॉप करने के लिए कहा है. उदाहरण के लिए सोशल साइंस से democratic rights, challenges to democracy, citizenship, food security, gender, religion, caste and secularism जैसे चैप्टर हटाने के लिए कहा है. कक्षा XII की किताबों से, एनसीईआरटी ने सरकार की पंचवर्षीय योजना से निपटने वाले सेक्शन को हटाने का निर्णय लिया है. इसके अलावा जो चैप्टर हटाए जाएंगे उसमें economic development under ‘Planned Development’, भारत के पड़ोसी पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका और म्यांमार के साथ संबंध (India’s relations with neighbors Pakistan, Bangladesh, Nepal, Sri Lanka and Myanmar) ये टॉपिक ‘India’s Foreign Policy’ चैप्टर में हैं. भारत में सामाजिक आंदोलनों और क्षेत्रीय आकांक्षाओं पर एक पूरे अध्याय को ड्रॉप किया जाएगा. मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल द्वारा सीबीएसई से देश और दुनिया में चल रही असाधारण स्थिति को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम को संशोधित करने के लिए कहा गया था. इसके बाद ही सीबीएसई ने ये फैसला लिया है. महामारी के दौरान हुए नुकसान के लिए भी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सभी ग्रेड के लिए पहले यही सुझाव दिया था. सीबीएसई पाठ्यक्रम घटाने से स्कूल के शिक्षकों और छात्रों पर बोझ कम होगा. जो लगभग दो महीने का समय निकल जाने के बाद ऑनलाइन मोड से कक्षाओं को सामान्य बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. हालांकि, एक रणनीतिक संशोधन के बिना, अंतिम में परिणाम उस बैच को प्रभावित कर सकता है जो उच्च अध्ययन के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होना चाहते हैं.