कौन है मंत्री के बेटे को डपटने वाली 'लेडी सिंघम' सुनीता यादव, सोशल मीडिया पर क्यों हो रही वायरल?

सूरत. लॉकडाउन और कर्फ्यू के कथित उल्लंघन के मामले में गुजरात के मंत्री के बेटे के खिलाफ सख्ती दिखाने वाली सूरत पुलिस की महिला कॉन्स्टेबल सुनीता यादव को लोगों का समर्थन मिल रहा है. सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हो रही है. उनकी कार्रवाई के बाद मंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. दरअसल गुजरात के स्वास्थ्य राज्य मंत्री कुमार कनानी के बेटे को उसके दो दोस्तों को रविवार को रात का कर्फ्यू तोड़ने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वरछा के बीजेपी विधायक के बेटे प्रकाश कनानी और उसके दो दोस्तों को कॉन्स्टेबल सुनीता यादव ने मास्क नहीं पहनने और कर्फ्यू के दौरान घूमने पर रोका था. इसके बाद दोनों में काफी बहस हो गई थी. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. मामला सामने आने के बाद तीनों युवकों को जमानत पर छोड़ दिया गया था. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर सुनीता यादव की बीजेपी के मंत्री के बेटे और उसके दो दोस्तों को रोकने के लिए आम से लेकर खास लोग तारीफ कर रहे हैं. जहां कुछ लोग सुनीता यादव को 'लेडी सिंघम' बता रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्हें गुजरात के पूरे पुलिस बल का नेतृत्व करना चाहिए. वहीं कुछ का कहना है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट दिया जाए और कुमार कनानी के खिलाफ उतारा जाए. खास बात है कि ट्विटर पर 'मैं सुनीता यादव का समर्थन करता हूं' ट्रेंड कर रहा है. अखिलेश यादव ने की कॉन्स्टेबल सुनीता यादव की तारीफ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कॉन्स्टेबल सुनीता यादव के हौसले की तारीफ की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'आज हम सब गुजरात की कर्तव्यनिष्ठ कॉन्स्टेबल सुनीता के साथ खड़े हैं. ऐसे ही सत्यनिष्ठ लोगों से पुलिस का मान बढ़ता है. गुजरात की बीजेपी सरकार सुनीता को सम्मानित करे.'

DCW अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सुनीता यादव को दिया समर्थन वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने सुनीता यादव को अपना समर्थन दिया है. उन्होंने उस वीडियो को साझा किया जिसमें यादव फोन पर मंत्री कुमार कनानी से बात करते हुए देखी जा सकती हैं. मालीवाल ने कहा, 'एक ईमानदार अधिकारी को यह नहीं सिखाइए कि ड्यूटी कैसे की जाती है. पहले अपने बेटे को बताएं कि कैसे व्यवहार करना चाहिए. सुनीता यादव जैसे पुलिसकर्मियों को ऐसे जिद्दी लोगों पर नकेल कसने के लिए आगे आना चाहिए.' गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा ने भी युवा कॉन्स्टेबल सुनीता यादव के कर्तव्यनिष्ठा की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी सेवा के दौरान ऐसे एसपी (पुलिस अधीक्षक) देखे हैं जिनकी क्षमता कॉन्स्टेबल से भी बदतर थी. वहीं मैंने ऐसे कॉन्सेटेबल भी देखें है जो मौका मिलने पर एसपी से बेहतर होते.'