वीडियो अपलोड नहीं करने से ट्विटर पर भड़के दिग्विजय सिंह, कानूनी कार्रवाई की दी धमकी
दिल्ली. राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर कांग्रेस और भाजपा में चल रहे घमासान के बीच अब माइक्रो ब्लाॅगिंग साइट ट्विटर भी कांग्रेस के निशाने पर है. कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर निशाना साधा. राजीव गांधी फाउंडेशन के वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि क्या ट्विीटर भारत में किसी शक्तिशाली शख्स के इशारे पर काम रहा है. उन्होंने कहा कि कानून के सारे विकल्प तलाशने में लगे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर ही ट्वीट करते लिखा कि क्या ट्विटीर भारत में किसी शक्तिशाली शख्स के निर्देशों पर काम कर रहा है. राजीव गांधी का एक हानिरहित सूचनात्मक वीडियो ट्विीटर पर क्यों स्वीकार नहीं किया जा रहा. ट्विीटर से मुझे इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण चाहिए. क्या वे जवाब देंगे, चलो देखते हैं अन्यथा मुझे कानूनी विकल्प तलाशने पड़ सकते हैं. गौरतलब है कि राजीव गांधी फाउंडेशन की फंडिंग और चीनी कनेक्शन को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर कई सवाल खड़े किए हैं. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अभी हाल ही में कहा था कि पीएम नेशनल रिलीफ फंड जो लोगों की सेवा और उनको राहत पहुंचाने के लिए है उससे साल 2005-08 तक राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा क्यों गया. भाजपा ने इस आरोप का कांग्रेस ने जवाब दिया कि राजीव फाउंडेशन को 2005-06 में महज 20 लाख की मदद मिली थी जिसका इस्तेमाल अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में राहत कार्यों में खर्च किया गया था. इसके अलावा कोई पैसा नहीं मिला. भाजपा देश को गुमराह करने कर रही है. अगर उसके पास कोई तथ्य हैं तो देश के सामने रखे. बिना तथ्यों के मीडिया में कुछ बोल देना भाजपा की ओछी मानसिकता को दर्शाता है.