भाजपा के इस सांसद को मोदी सरकार द्वारा पतंजलि पर उठाए सवाल इसलिए रास नहीं आए
नई दिल्ली. बाबा राम के पतंजलि ग्रुप द्वारा कोरोना के इलाज के लिए कोरोनि दवा बनाने का दावा किया था जिसके कुछ घंटे बाद ही आयुष मंत्रालय ने उस पर रोक लगा दी. अब बाबा राम के समर्थन में भाजपा के बागपत से सांसद व मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर सत्यपाल सिंह आए हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि यह सही समय है जब आयुवेद के आचार्य, आयुर्वेद प्रेमी और भारत सरकार मिलकर आयुर्वेद को योग की तर्ज पर संसार में स्थापित कर सकते हैं. इस समय बड़े स्वास्र्थों का है विववाद का नहीं, संवाद का है. पतंजलि द्वारा कोरोना के इलाज के लिए बनाई गई कोरोनिल दवा बनते ही विवादों में आ गई. दो दिन पहले इसे बाबा राम देव ने लांच किया था लेकिन जैसे ही केंद्रीय आयुष मंत्रालय को जानकारी हुई वैसे ही इसके प्रचार पर रोक लगा दी. मंत्रालय ने दवा के बारे में साइंटफिक स्टडी, रिचर्स की जगह, डाॅक्टरों के पैनल का नाम, सैंपल साइज आदि की जानकारी साझा करने को कहा है. लेकिन मंत्रालय का पतंजिल द्वारा बनाई गई दवा के खिलाफ लिया गया एक्शन भाजपा सांसद और मोदी सरकार में मंत्री रहे सत्यपाल मलिक को पसंद नहीं आया. उन्होंने खुलकर तो कुछ नहीं कहा लेकिन ट्वीट कर इशारों-इशारों में ही उन्हें आयुष मंत्रालय को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि जिस समय हमें आयुर्वेद को भी योग की तरह बढ़ावा देना चाहिए उस समय हम विवादों में उलझे हैं. हमें विवाद नहीं संवाद स्थापित करना चाहिए जिससे आगे काम चलेगा. हम आयुर्वेद को भी दुनिया में योग की तरह स्थापित कर सकते हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में आयुष मंत्रालय, पीएमओ, पीएम मोदी, पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण, बाबा रामदेव और पतंजलि समूह को भी टैग किया है.