लाॅकडाउन में 'लाॅक' हुआ पूरा उत्तर प्रदेश, सड़कों पर दूर-दूर तक सिर्फ खामोशी ही नजर आई
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में लगाए गए तीन के लॉकाडान के बाद पूरे प्रदेश में सन्नाटा पसरा हुआ है. सिर्फ अतिअवश्यक सेवाओं को बहाल रखा है. प्रदेश की सीमा में कोई प्रवेश न करे इसके लिए उत्तर प्रदेश से लगे अन्य राज्यों संपर्क मार्गों को पूरी तरह से सील कर दिया है. शहरों के अंदर बाजार हो या कोई गली-मोहल्ला सब पूरी तरह से खामोशी अख्तियार किए हुए हैं. प्रदेश में सिर्फ मेडिकल, डेयरी और अस्पताल ही खोले रखे गए हैं. आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, एटा और मैनपुरी के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में तीन दिन का लाॅकडाउन घोषित किया है. प्रदेश सरकार ने ये निर्णय कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लिया है. तभी तो शुक्रवार की रात बजे से सोमवार की सुबह पांच बजे तक पूरी तरह से बंदी की है. इसमें प्राइवेट से लेकर सरकारी कार्यालय भी बंद रहेंगे हालांकि शनिवार-रविवार होने के लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना पड़ेगा. लेकिन शहरी व ग्रामीण हाटए बाजारों व गल्ला मंडियों तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बंद रहने से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. हालांकि आवश्यक सेवाओं तथा रेल व हवाई सेवाओं को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया है. इसमें ग्रामीण क्षेत्रों की तरह शहरी क्षेत्रों में भी समस्त औद्योगिक कारखानों को खुले रखने की छूट दी गई. उन्होंने प्रदेश के समस्त धार्मिक स्थलों को 11 व 12 जुलाई को खुले रहने की छूट दी है. सरकार के बंदी सबंधी आदेश का रात दस बजे से अमल शुरू हो गया. सरकार ने शनिवार व रविवार को बंदी के आदेशों का सख्ती से पालन कराने की व्यवस्था की है. इसके अलावा अपर मुख्य सचिव नियोजन ने स्वच्छता की इस विशेष मुहिम को सफल बनाने के लिए जिलों में नामित नोडल अधिकारियों को प्रतिदिन शाम पांच बजे तक पूरे दिन की निरीक्षण रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.