अनामिका शुक्ला ही नहीं, फर्जीवाड़ा करने वाले यह 4 हज़ार टीचर भी आए हैं सामने

नई दिल्ली. यूपी के 25 ज़िलों में अनामिका शुक्ला (Anamika Shukla) के नाम से नौकरी (Job) कर रहे फर्जी (Fake) टीचरों के खुलासे से हड़कंप मचा हुआ है. कई ज़िलों में अभी तक फर्जी टीचर (Teache) पकड़े जा चुके हैं. लेकिन मास्टर माइंड अभी भी फरार है. लेकिन अनामिका का मामला कोई पहला मामला नहीं है. फर्जीवाड़ा कर टीचर की नौकरी हासिल करने वाले 4 हज़ार टीचरों की भी स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (SIT), यूपी पुलिस जांच कर रही है. यह फर्जीवाड़ा एक ही यूनिवर्सिटी (University) से बीएड की फर्जी डिग्री लेकर यूपी के बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग में नौकरी करने से जुड़ा हुआ है. यूनवर्सिटी से फर्जी डिग्री का होता रहा असली वेरीफिकेशन यूपी के बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में चार हजार शिक्षक ऐसे हैं जिनकी बीएड की डिग्री फर्जी है. इसके बाद भी ये सभी शिक्षक मजे से सरकारी स्कूलों में नौकरी कर रहे हैं. मोटा वेतन ले रहे हैं. यह सभी डिग्री डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्वालय से जारी हुई हैं. इस संबंध में विश्वविद्वालय के 24 अधिकारी और कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया है. मजे की बात ये है कि विभिन्न विभाग से विश्वविद्वालय में वेरीफिकेशन के लिए आईं सभी डिग्री पर पॉजिटिव वेरीफिकेशन की मुहर लगाकर उन्हें वापस भी भेज दिया गया है. इस बात का खुलासा स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की जांच में हुआ है. कई महीनों तक चली जांच के बाद हाल ही में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. ऐसे बनीं बीएड की फर्जी डिग्री सूत्रों की मानें तो ये सभी डिग्री वर्ष 2004 में जारी हुई हैं. एसआईटी की जांच में सामने आया है कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार उस वक्त 8132 छात्रों ने परीक्षा दी थी, लेकिन जब रिजल्ट आया तो पास होने वालों की संख्या 12132 थी. बस इसी को आधार बनाकर एसआईटी ने अपनी जांच आगे बढ़ाई थी. एसआईटी ने विश्वविद्वालय प्रशासन से सभी चार हजार मार्कशीट को निरस्त करने की मांग भी की है.