बागपत का ये स्कूल जिसके बच्चों ने दूसरी बार भी टाॅप किया, जाने ये है पढ़ाई का अनोखा तरीका

लखनऊ. बागपत का ये स्कूल जिसके बच्चों ने दूसरी बार भी टाॅप किया, जाने ये है पढ़ाई का अनोखा तरीका यूपी बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट आ चुका है. सुबह से ही छात्र और स्कूल संचालकों की नजर टाॅपर पर थी. अचानक खबर आई कि बड़ौत के बागपत के श्रीराम शिक्षा मंदिर इंटर काॅलेज के छात्र अनुराग मलिक ने इंटर में 97 फीसदी अंक लेकर प्रदेश में टाॅप कर लिया. वहीं हाई स्कूल की परीक्षा टाॅप करने वाली छात्रा भी इसी स्कूल है. बीते वर्ष तनु ने भी इसी काॅलेज से इंटर की परीक्षा से टाॅप किया था. बता दें कि एक काॅलेज के दो बच्चों द्वारा प्रदेश टाॅप करना संस्थान के गर्व की बात होती है. इंटर में छठवे नंबर पर आई छात्रा भी इसी काॅलेज से हैं. लगातार दो साल से यूपी को टॉपर दे रहा है यह संस्थान अगर पढ़ाई का माहौल ठीक हो तो छोटे स्कूलों से भी टाॅपर निकलकर आ सकते हैं. यही वजह है कि शनिवार को आए यूपी बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट मंे भी बड़ौतत्र बागपत के इस स्कूल ने सबसे पीछे छोड़ते हुए साबित कर दिया है अच्छी शिक्षा के दम पर बच्चों को अच्छी सफलता दिलाई जा सकती है. बड़ौत, यूपी के एक छोटे से गांव में चलने वाले एक स्कूल ने इंटर की परीक्षा में यूपी को दो टॉपर दिए हैं. खास बात ये है कि पिछले वर्ष बागपत ज़िले में टॉप करने वाले छात्र भी गांव के ही कॉलेज से थे गांव में चलने वाला ये कॉलेज है श्रीराम शिक्षा मंदिर इंटर कॉलेज कॉलेज तक पहुंचने के लिए मुख्य सड़क से करीब 15 किमी चलना पड़ता है. कॉलेज के प्रिंसीपल राजेश तोमर बताते हैंए इंटर और यूपी में यूपी टॉप करने वाले अनुराग और रिया जैन हमारे ही कॉलेज से हैं. हर वर्ष हमारे कॉलेज से लड़के.लड़कियां बागपत ज़िले में टॉप करते हैं. इंटर का टॉपर अनुराग मलिक ने हाईस्कूल में 92 प्रतिशत नबंर हासिल कर बागपत टॉप किया था. बहुत सारे छात्र 84 प्रतिशत से अधिक नम्बर लाते हैं. बीते वर्ष इंटर की टॉपर तनु के 97.80 प्रतिशत नम्बर आए थे तो युवराज के 94.60 प्रतिशत नम्बर आए थे. युवराज ने 500 में से 473 नम्बर हासिल किए हैं. वहीं तनु ने 500 में से 489 नम्बर हासिल किए हैं. बच्चों की पढ़ाई अच्छे से होए रटने के बजाए वो सीखें इसके लिए टीचरों पर बहुत ज्यादा ध्यान देते है. महीने में एक बार बच्चों का टेस्ट लें या नहींए लेकिन टीचरों की समीक्षा जरूरत होती है. दूसरा ये कि हम मौका पड़ने पर कॉलेज में कोई न कोई कार्यक्रम कराते हैं और किसी सफल हस्ती को बुलाते हैं. वो हस्ती बच्चों के सामने पढ़ाई और लक्ष्य से संबंधित अपने अनुभव रखती है इससे बच्चों को लक्ष्य चुनने और उसे हासिल करने की प्रेरणा मिलती है.