आजीविका दोबारा शुरू करने के लिए रेहड़ी-पटरी वालों को बिना गारंटी मिलेगा 10,000 रुपये का कर्ज

अलीगढ़. डीएम चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते लागू लॉकडाउन से फुटपाथ पर सामान बेचने वाले, रेहड़ी वालों की आजीविका पर बुरा प्रभाव पड़ा है. चूंकि यह सामान्यतः थोड़ी पूंजी के साथ काम करते हैं, इसलिए पथ विक्रेताओं और रेहड़ी वालों की आजीविका, रोजगार दोबारा शुरू कराने के लिये देश और प्रदेश सरकार किफायती दर पर कार्यशील पूंजी के रूप में ऋण सुविधा देगी. पथ विक्रेताओं एवं रेहड़ी वालों के कल्याण के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेडर्स आत्मनिर्भर निधि या पीएम स्वनिधि योजना लागू हुई. उन्होंने योजना की पात्रता एवं अन्य बिंदुओं की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने पटरी कारोबारियों के लिए स्वनिधि योजना शुरू की है. इसके तहत रेहड़ी पटरी पर काम करने वालों को 10 हजार रुपये तक आसानी से कर्ज मिलेगा. इस साल 24 मार्च तक जो लोग रेहड़ी पटरी का काम कर रहे थे, उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा. योजना से शहरों एवं शहरी इलाके के आसपास एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आये पथ विक्रेता लाभ दिया जाएगा.