प्रियंका का योगी सरकार पर फिर निशाना, मृतकों के परिजनों से बदसलूकी पर जताई नाराजगी
अलीगढ. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पोस्टमार्टम हाउस की दुर्दशा को लेकर योगी सरकार को घेरा उन्होंने कोरोना काल में योगी सरकार के दावों पर पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने रविवार की सुबह उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अलीगढ़ के पोस्टमार्टम गृह में भारी अव्यवस्था है, शव बाहर रखे हुए है. मृतकों के परिजनों के अनुसार, उनसे बर्फ की सिल्ली के लिए पैसो की वसूली की जा रही है. कोरोना काल में सरकार के दावों के बावजूद भारी दुर्दशा की खबरें आ रही हैं. ट्वीट होने के बाद उस पर धड़ाधड़ कमेंट और री-ट्वीट होने के साथ साथ ही लाइक्स आने लगे. प्रशासन और शासन की खिंचाई होने लगी. शाम तक करीब 480 से अधिक लोगों ने ट्वीट, 2746 ने री-ट्वीट और 7540 ने लाइक किया गया.
जैसे ही मामला डीएम के संज्ञान में आया उन्होंने तुरंत मामले की जांच के लिए एडीएम सिटी राकेश कुमार मालपाणी, सीएमओ बीपीएस कल्याणी और एसीएम द्वितीय रंजीत सिंह को भेजा. उन्होंने मौका मुआयना कर डीएम को रिपोर्ट दी है, जिसमे किसे भी प्रकार की अव्यवस्था न होने की बात लिखी थी.
[caption id="attachment_1593" align="alignnone" width="300"] युवा कांग्रेस कार्यकर्ता योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा निकालते हुए[/caption]
पिछले काफी दिनों से पोस्टमार्टम हाउस के संबंध में मीडिया में चल रहीं खबरों का हवाला देते हुए प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया. बता दे की मामले की जांच में कुछ न निकलने के बाद डीएम के नाम से संचालित ट्विटर अकाउंट से री-ट्वीट करते हुए सफाई दी और उन्होंने बताया की जांच में इस प्रकार का कोई भी तथ्य संज्ञान सामने नहीं आया है, तथा सभी कार्य संतोषजनक पाए गए हैं.
आपको बता दे कि कोरोना महामारी के बीच निगेटिव-पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के चक्कर में पांच दिन से बर्फ की सिल्ली पर शवों को पोस्टमार्टम गृह में रखा जा रहा है. इसके पीछे की वजह डी फ्रीजर ख़राब होना है. इस भीषण गर्मी में शवों में से इतनी बदबू आने लगी है कि आस-पास रहने वाले लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है.
इसके साथ ही पोस्टमार्टम गृह के बाहर यूज की हुई पीपी किट भी पडी देखी गई. ऐसे में उस किट के कारण लोग संक्रमित हुए तो उनका जिम्मेदार कौन होगा. 22 जून को पोस्टमार्टम प्रभारी रवि कांत दीक्षित ने बताया कि हर रोज 12 शव पोस्टमार्टम के लिए आते हैं और डी फ्रीजर मात्रा 6 ही है जिसमें एक डी फ्रीजर खराब भी है. ऐसी स्थिति में मजबूरी में शवों को सुरक्षित रखने के लिए बर्फ की सिल्लियां मंगानी पडती है. मेडिकल से कोरोना की रिपोर्ट देरी में आने के चलते शवों के पोस्टमार्टम में तीन-चार दिन लगना स्वाभिक हैं. डी फ्रीजर की समस्या को लेकर कई बार अफसरों को लिखा जा चुका है लेकिन कोई फायदा नहीं होता.
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युवा कांग्रेस कार्यकर्ता योगी सरकार के खिलाफ ज्ञापन देते हुए[/caption]
पोस्टमार्टम पर होने वाली अव्यवस्थाओं को लेकर युवा कांग्रेस कार्यकर्ता ने प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पार्टी की महासचिव की ट्वीट के बाद युवा कांग्रेसियों ने प्रदेश महासचिव कुँवर गौरांग देव चैहान, कपिल शर्मा के नेतृत्व में पोस्टमार्टम गृह पर धरना प्रदर्शन करने पहुंच गए. उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसकी जानकारी मिलते ही इंस्पेक्टर सिविल लाइन मय फोर्स के मौके पर पहुंच गए, जहां कांग्रेसियों ने ज्ञापन भी दिया. कुँवर गौरांग देव चैहान ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के चलते प्रदेश में योगी सरकार ने अपनी सरकार के सफलता के दावे पेश किए थे.
वहीं पोस्टमार्टम गृह पर करीब 12 शव हर रोज आते हैं, जब तक मृतकों की कोरोना रिपोर्ट नहीं आती उनका पोस्टमार्टम नहीं होता. यहां पर परिजनों से शव को सुरक्षित रखने के नाम पर अवैध वसूली भी हो रही है. शव परिजनों को सौपने में 4-5 दिन का समय लगता है. ज्ञापन सौपने के दौरान असलम पहलवान, इस्लाम अल्वी, उदित अग्रवाल, साबिर अब्बासी, आकाश मशी, असलम खान, आकाश लोधी बंटी सिंह आदि मौजूद थे.