कार पर DIG वाले स्टार, ढेरों स्टीकर, हाथ में वॉकी टॉकी, अटैची में फर्जी NIA रिपोर्ट- माजरा क्या है?

अलीगढ. बन्नादेवी पुलिस ने भीकमपुर के पास से फर्जी डीआईजी बनकर लोगों से ठगी करने वाले पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसके पास से एनआइए की ओर से फर्जी तरीके से तैयार की जांच आख्याएं, एक टेबलेट पैड, दो वॉकी टॉकी भी बरामद किए हैं. पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज भी किया है. पुलिस अधीक्षक अपराध ने बताया कि बन्नादेवी के उपनिरीक्षक रजत शर्मा मंगलवार को भीमपुर मोड़ के पास मय फोर्स के चेकिंग कर रहे थे. तभी प्राइवेट इनोवा क्रिस्टा कार पर डीआईजी रेंक के अधिकारी की स्टार प्लेट लगी हुई थी. कार पर उत्तर प्रदेश शासन का मोनोग्राम, गृह मंत्रालय (नई दिल्ली) के विभिन्न स्टीकर, पास युक्त वाहन आदि लगे थे. शक होने पर कार को रोका. कार सवार युवक ने अपने को डीआईजी बताते हुए एसआई को कार्रवाई कराने की धमकी दी. एसआई ने जब पूछताछ की तो शक और भी गहरा गया जिसके बाद पुलिस कार सवार दोनों लोगों को थाने ले आई. पूछताछ के दौरान कार सवारों ने अपने नाम राजेंद्र प्रसाद चावला और उसका बेटा अनुज चावला निवासी चावला निवासी 84-एफ समर विहार थाना मानक नगर, जनपद लखनऊ बताया. पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसमें एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की ओर से फर्जी तरीके से तैयार की जांच आख्याएं, एक टेबलेट पैड, दो वॉकी टॉकी भी मिले. बकौल एसपी क्राइम युवक लड़कियों को आइपीएस अधिकारी बताकर उनके साथ शादी करने की बात कहकर लडकियों और उनके परिजनों के साथ संबंध स्थापित कर धोखाधडी करते हैं. वह एनआइए की फर्जी रिपोर्ट तैयार कर लोगों को गुमराह कर उनसे पैसा कमाते हैं. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि अनुज चावला ने बीए करने के बाद उपरान्त लॉ कॉलेज, देहरादून से एलएलबी की पढ़ाई की. अनुज खुद को पुलिस विभाग का डीआईजी बताकर संपर्क में आए लोगों को व्यक्तियों को नौकरी लगवाने का लालच देकर उनसे रुपये लेता रहा है. खुद अनुज चावला और उसके पिता दोनों ही अनुचित तरीके से लोगों से रुपया ले रहे थे. अनुज स्वंय को गृह मंत्रालय दिल्ली में नियुक्त, कर्तव्यरत होना बताकर कई लोगो को मुकदमे से निकलवाने की बात कहकर उनकी मर्जी के अनुसार फर्जी रिपोर्ट तैयार करता है. अनुज चावला के पिता बीईएल कंपनी से सेवानिवृत्त होकर सत्संग के कार्यक्रम में शामिल होते रहे है. इनके संपर्क में आने वाले लोगों को बताया जाता है कि उनका बेटा आइपीएस अधिकारी है. वह अपने बेटी की शादी कराने की बात कहकर लोगों को धोखे में रखकर संबंध बनाते हैं. अनुज चावला के कई लडकियों से संपर्क होने तथा उनसे शादी की बात तय होने के बाद रिश्ता टूट जाने की बात भी प्रकाश में आई है. पूछताछ में उन्होंने यह भी स्वीकारा की वह पहले दो बार अलीगढ़ आ चुके हैं.