शिकायत के बाद भी नहीं ढहाए जा रहे जर्जर इमारत, नगर निगम को बड़ा हादसा होने का इंतजार
अलीगढ. बरसात के शुरू होते ही जर्जर इमारतों पर संकट छाने लगता है, शिकायतों के बाद भी नगर निगम अफसर इन जर्जर इमरातों को नहीं ढहाते हैं. सोमवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला, शहर के व्यस्तम बाजार फूल चैराहा काॅपी मार्केट में सोमवार शाम 100 साल पुरानी दो मंजिला इमरात (खंडर) भरभराकर ढह गई. गरीमत यह रही कि हादसे से कुछ समय पहले ही बडा बाजार बंद हो चुका था, नहीं तो बडा हादसा हो सकता था। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और जेसीबी मंगाकर मलवा हटवाना शुरू कर दिया है. कोतवाली की पुलिस चैकी मदारगेट प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि सत्यप्रकाश की फूल चैराहा के पास काॅपी मार्केट में करीब 100 साल पुरानी बिल्डिंग है. इस बिल्डिंग पर किराएदारी का भी विवाद चल रहा था, इसकी फाइल नगर निगम में भी चल रही है लेकिन कोई नतीजा नहीं हुआ. बताते हैं कि बिल्डिंग के जर्जर होने के कारण इसमें कोई रहता नहीं था. सोमवार शाम को इलाके का बाजार बंद हो चुका था, कुछ दुकानें बंद हो रही थी. यकायक बिल्डिंग भरभराकर ढह गई। इस हादसे में बिल्डिंग के बाहर खडा स्कूटर और एक साइकिल क्षतिग्रस्त हो गए. हादसे के कारण सडक पर निकलने वाले लोगो में अफरा-तफरी मच गई. इस बीच सूचना मिलते ही इलाका पुलिस मौके पर पहुंच गई, पुलिस ने तत्काल जेसीबी मंगाकर बिल्डिंग का मलवा हटवना शुरू कर दिया. लोगों का कहना था कि इस बजारा में कई और भी बिल्डिंग जर्जर हालत में हैं, जिसे गिराने के लिए नगर निगम अफसरों ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, इससे लगता है कि अफसर हादसे का इंजतार कर रहे है.