सीडीओ-एसीएम का ऑपरेशन दुरुस्तीकरण, मठासीन बाबुओं पर कारवाई, बाबुओं के पटल पर मिले कारतूस, कॉन्डम
अलीगढ. सीएमओ कार्यालय में लंबे अरसों से पटलों पर जमे तीन बाबूओं के कार्यालय में शुक्रवार शाम को सीडीओ और एसीएम-2 ने छापा मारा तो उनकी आंखें ही फटी रह गई. चार घंटे चली कार्रवाई में किसी कर्मचारी को न तो दफ्तर से बाहर जाने दिया और न ही अंदर आने दिया. आपरेशन दुरूस्तीकरण के दौरान अफसरों ने पाया कि एक बाबू के पास से 8 कारतूस और करीब 39 हजार रुपये मिले, जिनका कोई हिसाब नहीं था. दूसरे बाबू के पास से 14 लैपटाॅप, कर्मचारियों की वर्दी, डेंगू किट और बैडों की चादरें मिली. इसके साथ ही तीसरे बाबू के पास से कॉन्डम के पैकेट बरामद हुए. अफसरों का कहना था कि कहना था कि तीनों बाबू मठसीन बनकर अपने-अपने पटलों पर काफी लंबे समय से जमे हुए थे और कुछ बाबू तो तबादला होने के बाद भी लौटकर अलीगढ़ आ जाते हैं. तीनों बाबूओं को विभिन्न जगह तत्काल तबादला करते हुए उनके पास मिले सामानों को लेकर जबाव मांगा है, अगर संतोष जनक जबाव न आया तो उनके खिलाफ आगे कार्रवाई तय है. अलीगढ़ के डीएम चंद्र भूषण सिंह हर रोज कोविड-19 को लेकर अफसरों की बैठक करते हैं, जब भी सीएमओ बीपीएस कल्याणी से पूछा जाता तो वह कहते है कि बाबू कोविड के चलते काम करने को तैयार नहीं हैं. जिस कर्मचारी की जहां ड्यूटी लगायी जाती है, वह काम नहीं करता. शुक्रवार को भी इसी तरह के सीएमओ की ओर से जबाव मिले. डीएम ने बैठक के बाद सीडीओ अनुनय झा और एसीएम द्वितीय रंजीत सिंह को आपरेशन दुरूस्तीकरण के निर्देश दिए. दोनो अफसर शुक्रवार शाम करीब पांच बजे सीएमओ कार्यालय पहुंच गए. अफसरों ने कार्यालय के मुख्यगेट को बंद करा दिया और अपने कर्मचारी को निर्देश दिए कि कोई भी व्यक्ति गेट से बाहर नहीं जाएगा. इसके बाद अफसरों ने पटलों को खंगालना शुरू कर दिया. सीएमओ कार्यालय के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. सीडीओ ने कर्मचारियों से उनकी तैनाती का समय भी पूछा. एसीएम द्वितीय ने बताया कि बाबू प्रदीप चौहान के कार्यालय की चेकिंग की तो वहां से करीब 8 कारतूस और 38950 रूपये बरामद हुए, जिनके बारे में पूछा तो वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके. इसके बाद उन्होंने दूसरे बाबू विनयकांत अग्निहोत्री के कार्यालय में चेकिंग की तो पता चला कि वहां पर 14 लैपटाॅप, कर्मचारियों की वर्दी, 600 डेंगू किट मिली. कार्यालय से मिले सामान का बाबू विनयकांत अग्निहोत्री भी कोई जबाव नहीं दे सके. अफसरों ने कहा कि यह सामान तो स्टाॅक रूम में होना चाहिए, आपके कार्यालय में क्या कर रहा है, इस पर बाबू ने चुप्पी साध ली. इसके बाद टीम तीसरे बाबू गजेंद्र सिंह के पटल पर पहुंची, जहां से भारी मात्रा में कॉन्डम के पैकेट मिले, इसका वह कोई जबाव न दे सके. अफसरों ने तत्काल एडी हेल्थ को सीएमओ कार्यालय बुलाया और बाबू प्रदीप चौहान का तबालदा सीएचसी जवां, विनयकांत अग्निहोत्री को तबादला महिला अस्पताल और गजेंद्र सिंह का तबादला लोधा किया. इसके साथ ही तीनों बाबूओं को निर्देश दिए कि वह शनिवार को अपना कार्यभार ग्राहण करें और बिना काम के सीएमओ कार्यालय मे दिखाई भी न दें. साथ ही उनसे कहा कि अब काम में लापवाही मिली तो तबदला नहीं सीधे कार्रवाई होगी. उन्होंने तीनों बाबूओं से बरामद सामान के मामले में लिखित में जवाब भी मांगा है. करीब चार घंटे तक चली कार्रवाई रात 9 बजे जाकर खत्म हुई.