यूपी में लॉकडाउन : इनका दुश्मन कोरोना नहीं, भूख है
आगरा. उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा लगाए गए तीन दिवसीय लॉकडाउन में फुटपाथ पर जीवन यापन करने वाले लोगों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है. एमजी रोड पर बने फुटपाथ पर ऐसे कई लोग दिन भर खाने की तलाश में भटकते नज़र आये.
[caption id="attachment_4886" align="alignnone" width="875"] एमजी रोड पर बने फुटपाथ पर ऐसे कई लोग दिन भर खाने की तलाश में भटकते नज़र आये[/caption]
यह वह खानाबदोश लोग हैं जिनका न कोई ठिकाना है और ना कोई आशियाना. भिक्षावृत्ति कर पेट पालने वाले इन लोगों के लिए फुटपाथ ही इनका बिस्तर होता है. यूपी सरकार द्वारा एक बार फिर लॉक डाउन की घोषणा के बाद इन लाचार लोगों के सामने पेट भरने का संकट आ गया है.
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एमजी रोड पर बने फुटपाथ पर ऐसे कई लोग दिन भर खाने की तलाश में भटकते नज़र आये[/caption]
तीन दिवसीय लॉकडाउन के पहले दिन बाजार बंद रहे, लोगों का आवागमन बंद रहा. ऐसे में ना इन्हें भिक्षा मिली और ना ही कोई खाने का सामान. दिनभर यह लोग फुटपाथ पर ही प्रशासन व समाज के रहनुमाओं के इंतजार में आंखें बिछाए रहे कि कोई आएगा और उन्हें खाने के सामान दे जाएगा.
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एमजी रोड पर बने फुटपाथ पर ऐसे कई लोग दिन भर खाने की तलाश में भटकते नज़र आये[/caption]
बता दें कि पिछले 3 महीने के लॉकडाउन के दौरान समाजसेवी सरकार और पुलिस ने दिल खोलकर ऐसे लोगों की मदद की थी जिसकी वजह से इनके सामने पेट भरने का संकट नहीं रहा लेकिन इस बार शुरू हुए इस लॉकडाउन में पहले दिन कोई भी इनकी सुध लेने नहीं आया.
बता दें कि अब सरकार की तरफ से लॉकडाउन को बढ़ाने के भी संकेत मिल रहे हैं लिहाजा इनकी परेशानियां ऐसे हालातों में कम होने की बजाए बढ़ती ही जाएंगी. ऐसे में एक बार जिला प्रशासन और आगरा के समाजसेवियों को पहले की तरह जिम्मेदारी लेनी होगी. जिससे कि फुटपाथ के यह भिक्षुक भूखे पेट ना सोएं.