कूड़ा उठाने वाली कंपनियों ने आगरा नगर निगम को कई करोड़ का चूना लगाया, मामला दर्ज

आगरा. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने के नाम पर कूड़ा उठाने वाली कंपनियों ने नगर निगम के 2.82 करोड़ रुपए का घोटाला कर डाला. पर्यावरण अभियंता द्वारा इस मामले में थाना हरी पर्वत में चारों नामजद फर्मो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. कूड़ा कंपनियों के फर्जीवाड़े की शिकायत जब नगर निगम प्रबंधन को मिली तो नगर आयुक्त की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी द्वारा की गई. जांच में डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली इन चारों फर्मों के फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया. बता दें कि इन कंपनियों ने 2 दशमलव 82 करोड रुपए की जो वसूली की थी. [caption id="attachment_5365" align="alignnone" width="875"] नवीन जैन, महापौर आगरा[/caption] उसे नगर निगम के खाते में जमा ही नहीं कराया जबकि नगर निगम का इन कंपनियों पर पैसा बकाया है. इस मामले के खुलासे के बाद महापौर नवीन जैन के निर्देश पर अब पर्यावरण अभियंता राजीव राठी ने थाना हरी पर्वत में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके साथ ही नगर निगम द्वारा इन फर्मों को ब्लैक लिस्टेड भी कर दिया गया है. इन चारों फर्मों का नाम और गबन की गई राशि का विवरण इस प्रकार है झांसी की फर्म मैसर्स अरवा एसोसिएट ने 57 लाख 99 हजार सात सौ रुपए का गबन किया है. सिपरी बाजार झांसी की मैसर्स सोसायटी फॉर एजुकेशन एंड वेलफेयर फॉर ऑल संस्था ने 33 लाख 57 हजार 790 रुपए का गबन किया है. झांसी की ही तीसरी फर्म ओम मोटर्स ने एक करोड़ 20 लाख 68 हजार सात सौ इक्यावन रुपए नगर निगम के डकार लिए. चौथी फॉर्म ग्वालियर की है फर्म का नाम मैसर्स एसआरएमटी वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड है जिसने 60 लाख 60 हजार रुपए का गबन किया है. इस पूरे प्रकरण पर बात करते हुए महापौर नवीन जैन ने चारों फर्म के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही किए जाने की बात कही है. बहरहाल ग्वालियर और झांसी की कूड़ा कंपनियों द्वारा नगर निगम के साथ ठगी किए जाने के खुलासे ने नगर निगम के अफसरों की नींद उड़ा दी है और अब नगर निगम कानूनी कार्रवाई कर इन सभी फर्जी फर्मो से अपनी राशि की उगाही के लिए कवायद करने में जुट गया है.